मंगलवार, 1 फ़रवरी 2022

लकीरों के भी 
अपने आयाम होते हैं 
जिन्हें वे समझ नहीं पाते हैं 
तभी तो उनका लकीर का फ़क़ीर होना 
उनके तालीवादकों के लिए 
गौरव की बात है
हालाँकि ये और बात है
कि गाली कौन दिलवा रहा है
और ताली कौन बजवा रहा है 
लेकिन एक बात तो तय है 
कि वो लकीर का फ़क़ीर 
ही होगा ।
@akp 2019

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